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Showing posts from October, 2023

कक्षा 10 इतिहास पाठ 3 विश्व के प्रमुख दर्शन Notes & Important Question Answer

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Chapter Notes दर्शन, सत्य एवं ज्ञान की खोज करता है। दर्शन के द्वारा कुछ तत्व व सिद्धांत प्रतिपादित होते हैं। दर्शन का जन्म अनुभव एवं परिस्थिति के अनुसार होता है। धर्म उन को क्रियान्वित करता है। सभी दर्शन की उपासना पद्धतियां अलग-अलग हैं लेकिन सभी दर्शनों का एक ही लक्ष्य है और वह है दु:खों के मूल कारण से मनुष्य को मुक्ति दिला कर उसे मोक्ष की प्राप्ति करवाना। धर्म का अर्थ एवं लक्षण — वैदिक दर्शन के अनुसार मनुष्य के जीवन को आध्यात्मिक व भौतिक दृष्टि से उन्नत करने के लिए चार पुरुषार्थ ( धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष) की व्यवस्था का उल्लेख मिलता है। इन पुरुषार्थों में धर्म मुख्य है। धर्म व अनुष्ठान है जिससे चेतना का शुद्धिकरण होता है। शास्त्रों में धर्म के 10 लक्षण बताए गए हैं — धृति – धैर्य क्षमा – माफ करना संयम – वासनाओं पर नियंत्रण अस्तेय – चोरी न करना शुचिता – अंदर व बाहर की पवित्रता इन्द्रिय निग्रह – इंद्रियों को वश में करना धी – बुद्धिमता का सत्य प्रयोग विद्या – ज्ञान की जिज्ञासा ( सत्य, असत्य का ज्ञान ) सत्य – मन, कर्म, वचन से सत्य को धारण करना अकरोध – क्रोध न करना पंथ – किसी व्यक्ति तथा उस...

Class 10 History Chapter 3 Major Philosophies of the World

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Chapter Notes In the earlier chapters we have studied the major civilizations of the world. In this chapter we will discuss the major philosophies of the world: Meaning and characteristics of Dharma Vedic Jainism Buddhist Zoroastrian Judaism Confucianism Philosophy has been a subject of special interest among scholars since the beginning of civilization. It has been human nature since time immemorial to think and contemplate the changes and events happening around us. Through this natural mental process, the idea of investigation of the true nature of the Supreme, the search for truths about life, the problems of life and their solutions have been continuously coming into the mind of man, Who am I? Where did I come from? What is soul? What is a creature? How is the soul related to the body? Where will go after death? This process of thought gave rise to faith, religion and sects and it helped in developing the philosophy of life of man. Philosophy seeks truth and knowledge. Some princi...

कक्षा 10 इतिहास पाठ 2 प्राचीन विश्व की प्रमुख सभ्यताएं Notes & Important Question Answer

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Chapter Notes मिस्र की सभ्यता यह सभ्यता लगभग 7000 वर्ष पहले शुरू हुई। 4000 ई. पू. दो राज्यों ( उत्तर मिस्र और दक्षिण मिस्र ) के संगठित होने से मिस्र की सभ्यता का विकास तेज हो गया। उत्तर मिस्र की राजधानी ‘बूटो’ व राजचिह्न ‘मधुमक्खी’ था। दक्षिण मिस्र की राजधानी ‘तैखेबे’ व राजचिह्न ‘पपाइरस का गुच्छा’ था। मेना या मिनिस नामक राजा ने 3400 ई.पू. में दोनों राज्यों को अपने अधीन किया। उसने ‘मेम्फिस’ को मिस्र की राजधानी बनाया और मिस्र के प्रथम राजवंश की स्थापना की। मिस्र के इतिहास को जानने के साधन — साहित्यिक साधन – हेरोडोटस, डायोड्स, मेनेथो पुरातात्विक साधन – पिरामिड, समाधियां, भित्ति चित्र, मंदिर, रोसेटो अभिलेख आधुनिक साधन – एडोल्डफ इरमान व जे. एस. ब्रस्टेड की पुस्तकें। राजनीति — मिस्र का राजा ‘फराओ’ कहलाता था। फराओ को न्याय और ईश्वर का प्रतिनिधि माना जाता था। मिस्र के राजनीतिक इतिहास को तीन भागों में बांटा जा सकता है:- प्राचीन काल या पिरामिड युग ( 3400 ई.पू. -2160 ई.पू. ) मध्यकाल या सामंतवादी युग ( 2160 ई.पू. – 1580 ई.पू. ) नवीनकाल या साम्राज्यवादी युग ( 1580 ई.पू. – 650 ई.पू. ) प...

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